विराट कोहली अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं

 विराट कोहली अपने अंतराष्ट्रीय करियर के सबसे ख़राब दौर से गुजर रहे हैं. 11 साल के टेस्ट करियर में ऐसा पहेली बार हुआ है जब कोहली ने कोई भी टेस्ट शतक नहीं बनाया हैं।

टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड दौरे पर 1-0 की बढ़त ले ली है। भारतीय टीम की सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और केएल राहुल के अलावा भारतीय टीम ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के हरफनमौला प्रतिनिधित्व से लॉर्ड्स के मैदान पर शानदार जीत दर्ज की है. आपको एक बात बता दें कि टीम इंडिया के पास 14 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है।

दो साल से खामोश है विराट का बल्ला 

विराट कोहली अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 70 शतक जड़ने वाले एक मात्र ऐसे खिलाड़ी है. आपको बता दे की रन मशीन कोहली ने आखिरी बार 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में शतक बनाया था. उन्होंने कोलकाता में 136 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी. 

विराट कोहली पिछले दो सालों से जबरदस्त कप्तानी कर रहे है. इंडिया टीम को अपनी बल्लेबाजी से कोई बड़ा योगदान नहीं दें पा रहे है। पिछले दो साल में उनका बल्लेबाजी औसत 30 से भी कम रहा है. साल 2020 में कोहली के बल्ले से 19.33 के खराब औसत से सिर्फ 116 रन आए. वहीं, मौजूदा साल में भी उन्होंने महज 28.62 की मामूली औसत से रन बनाए हैं. इस दौरान विराट ने घरेलू और विदेशी सीरीज में सिर्फ 290 रन बनाए हैं।

विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में उनकी बल्लेबाजी की विफलता के कारण, भारत वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल हार गया। भारतीय टीम का मिडिल आर्डर कोहली की तरह फ्लॉफ़ चल रहा हैं। 

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